शीतलवाणी का जुलाई-दिसंबर 2020 अंक
शीतलवाणी का जुलाई-दिसंबर 2020 अंक प्रकाशित हो गया है। इस अंक में जहां व्याकरणाचार्य आचार्य किशोरीदास वाजपेयी, 'कर्मवीर' के यशस्वी संपादक पं.माखनलाल चतुर्वेदी, प्रकृति और जीवन के कवि मंगलेश डबराल पर स्मृति आलेख हैं वहीं जाने माने कलाकार इरफ़ान खान द्वारा उदय प्रकाश की कहानियों पर 'शीतलवाणी' को वर्ष 2012 में दिये गये साक्षात्कार का पुर्नपाठ भी है। दलित साहित्य पर प्रख्यात साहित्यकार जयप्रकाश कर्दम से बातचीत है तो हिन्दी और मैथिली के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार बुद्धिनाथ मिश्र की उम्र के 71 वें पड़ाव पर डाॅ. ओम निश्चल का आलेख भी। डाॅ. करुणेश भट्ट के ग़ज़ल की सैद्धान्तिकी पर चिंतन परक आलेख के अलावा दिलीप कुमार व जयनंदन की कहानियां, डाॅ.अश्वघोष, विज्ञान व्रत व कृष्ण सुकुमार सहित अनेक रचनाकारों की गज़लों, शिवानंद सहयोगी के नवगीतों और जयनंदन के दोहों के साथ ही अनेक रचनाकारों की विभिन्न विधाओं पर सामग्री तथा अनेक पुस्तकों की समीक्षाएं भी हैं। वैश्विक महामारी कोरोना ने सभी को प्रभावित किया है, हमें भी। अगस्त में कोरोना पीड़ित रहने के कारण हम एक अंक नहीं दे पाये। उसके लिए हम अपने पाठकों से क्षमा चाहते हैं। यह अंक संयुक्तांक है। आशा है आपका स्नेह और सहयोग हमें पूर्व की भांति मिलेगा।
आप सभी मित्रों को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ आपका!
-वीरेन्द्र आज़म, संपादक